शनिवार, 21 मार्च 2015

bhaiya bole to

भाई, बोले तो कहीं सहयोग की अपेक्षा, कहीं भाई चारा और अधिकतर लडकियों का सिक्‍यूरिटी गार्ड। जब देखो, तब भाई साहब, जरा ये कर दीजिये, वो कर दीजिये। खाली-पीली दोस्‍तों के सामने बेज्‍जती। एक बार का किस्‍सा आप सुनुगें, तो आप की आंखों से आंसू आ जायेगें। एक लडकी हमसे निचली कक्षा में पढती थी। धीरे-धीरे अच्‍छी लगने लगी। हमने भी सुबह-शाम चक्‍कर लगाकर उसका घर पता किया। स्‍कूल में तो देखता ही था, उसके घर भी देखने के घंटो उसके घर के आस-पास चक्‍कर लगाया करता। उसके भाइयों को पता नहीं कितनी टाफी खिला दी। घर में भी घुसपैठ बना ली। एक दिन कुछ परेशान सी दिखी। बस यहीं गलती कर दी, मैने उससे उसकी परेशानी पूंछ ली। उसने अपनी समस्‍या बताई। काम कठिन था, पर मैंने किसी तरह कडी मेहनत और इधर-उधर से सोर्स लगाकर उसकी समस्‍या निबटा दी। सच पूछिये, मैं इतना खुश था कि अब तो साला वही आई लव यू बोलेगी। और सचमुच वो खुशी से दौडते हुए मेरे पास आई और बोली ...... अरे वाह भईया। आप कितने अच्‍छे हैं। अब बस धरती ही नहीं फटी, वरना मैं तुरंत सीता मैया हो गया होता। उस पर गजब ये कि हमको भी ही,ही,ही कर जबाब देना पडा कि अरे जब तक मैं हूं, तब तक तुम्‍हे कोई दिक्‍कत नहीं आ सकती।  जब हम इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय में पढते थे, तब तक इस शब्‍द से इतना चिढ गये थे क‍ि अगर कोई लडका भी भईया या भाई कह देता तो उसको गाली देने का मन करता। किसी ऐसे ही तंग भईया ने इसका फुलफार्म बना दिया था। अब किसने बनाया, कब बनाया, किस-किस से किस-किस के पास पंहुचा, ये कोई नहीं जानता, पर इस फुलफार्म ने लडकों को दिली सुकून दिया। जब भी कोई लडकी किसी लडके को भाई बोलती, तो वह यह सोच कर खुश हो जाता कि लडकी ने उससे कहा है कि - 'Be loved husband in your arm.'